तेरे जैसा राम भक्त कोई हुआ ना होगा भजन लिरिक्स

भजन गायक :- Lakhbir Singh Lakkha  (Lakhbir Singh Lakkha  )

भजन के भाव :- यह बहुत ही भाव भरा हनुमान जी का है और एक कहानी के रूप में चलता है .इस भजन में बताया गया है कैसे हनुमान जी ने विभीषण के ताने पर सिया राम अपने सीने को चीर कर दिखा दिया . 

tere jaisa ram bhakt


जब लंकापति विभीषण ने अनमोल माला राम को दी तब राम ने सीता को और सीता ने हनुमान को दी पर हनुमान जी माला तोड़ दी यह कह कर की इसमे राम नही तो यह कोई काम की नही . 

तब विभीषण ने ताना मारा कि तुम्हारे इतने बड़े शरीर में क्या राम है जो तुम यह कह रहे हो , तब हनुमान जी सीना फाड़ राम सिया के दर्शन कराये . 


Bhajan Title :- Tere Jaisa Ram Bhakt Koi Hua Naa Hoa Matwala . 


 Tere Jaisa Ram Bhakt Koi Hua Naa Bhajan Video  Lyrics 

तेरे जैसा राम भक्त न हुआ न होगा मतवाला,

एक जरा सी बात पे तूने सीना फाड़ दिखा डाला…

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**1**

आज अवध की शोभा लगती, स्वर्ग लोक से भी प्यारी,

चौदह वर्षों बाद राम की, राज तिलक की तैयारी ,

हनुमत के दिल की मत पूछो,हनुमत के दिल की मत पूछो,

 झूम रहा है मतवाला,

एक जरा सी बात पे तूने सीना फाड़ दिखा डाला,

तेरे जैसा राम भक्त कोई…


**2**

लगा राम दरबार सभा में, बहुत से राजा थे आए,

ले उपहार सभा में पहुँचे, भर भर थाल सजा लाए,

लंका पति ने भेंट में दी, रत्न जड़ित सुँदर माला,

एक जरा सी बात पे तूने, सीना फाड़ दिखा डाला,

तेरे जैसा राम भक्त कोई…

**3**

रतन जडित हीरो का हार जब, लंकापति ने नज़र किया,

राम ने सोचा आभूषण है, सीता जी की और किया।

सीता ने हनुमत को दे दिया, इसे पहन मेरे लाला,..2

एक ज़रा सी बात की खातिर सीना फाड़ दिखा डाला॥


***4***

हार हाथ में ले कर हनुमत, घुमा फिरा कर देख रहे,

नहीं समझ में जब आया तब, तोड़ तोड़ कर फैंक रहे।

लंकापति मन में पछताया, पड़ा है बंदर से पाला,

एक ज़रा सी बात की खातिर सीना फाड़ दिखा डाला॥

***5***

लंकापति का धीरज टूटा, क्रोध की भड़क उठी ज्वाला,

भरी सभा में बोल उठा क्या, पागल हो अंजनी लाला।

माला को तोडा क्यों तुमने इतनी सस्ती समझ डाला ,

एक ज़रा सी बात की खातिर सीना फाड़ दिखा डाला॥

***6***

हाथ जोड़ कर हनुमत बोले, मुझे है क्या कीमत से काम,

मेरे काम की चीज वही है, जिस में बसते सीता राम।

राम नज़र ना आये इसमे , यूँ बोला बजरंग बाला,

एक ज़रा सी बात की खातिर सीना फाड़ दिखा डाला॥

***7***

इतनी बात सुनी हनुमत की, बोल उठा लंका वाला,

तेरे में क्या राम बसा है, बीच सभा में कह डाला।

चीर के सीना हनुमत ने सियाराम का दरश करा डाला,--2

एक ज़रा सी बात की खातिर सीना फाड़ दिखा डाला॥

तेरे जैसा राम भक्त न हुआ न होगा मतवाला,

एक जरा सी बात पे तूने सीना फाड़ दिखा डाला…


Tere Jaisa Ram Bhakt Koi Hua Naa Bhajan Video 


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