कभी कभी भगवान को भी भक्तों से काम पड़े  भजन लिरिक्स 

भजन गायक :-    Anup Jalota  

भजन टाइटल  :-  Ab Saup Diya Is Jeevan Ka Sab Bhaar Bhajan Lyrics

भजन के भाव :-  इस भजन का भाव बहुत ही प्यारा है . भजन को अनूप जलोटा जी ने गाया है और भाव एक तरह की प्रार्थना भजन है . 

हे प्रभु हमने अब अपना जीवन आप को समर्प्रित कर दिया है अब इसमे हार हो या जीत सब हमें स्वीकार है . 



Ab Saup Diya is Jeevan Ka Sab Bhaar




मेरी लालसा तो बस आपको पाने की है और आप फिर सम्पूर्ण प्रेम लुटाने की है . 

मेरी जिंदगी ऐसी हो की मैं बुरे लोगो के बीच में रह कर निर्मल रहू और आपकी कृपा से मेरे कोई दोष ना लगे . 

यदि मुझे फिर से मानुष जीवन मिले तो मैं आपका पुजारी ही बनकर आऊ . मेरे प्राण भी आपके हाथो में हो . 



 Ab Saup Diya Is Jeevan Ka Sab Bhaar Bhajan Lyrics 

 

अब सौंप दिया इस जीवन का,

सब भार तुम्हारे हाथों में,

है जीत तुम्हारे हाथों में,

और हार तुम्हारे हाथों में ॥

अब सौंप दिया इस जीवन का,

सब भार तुम्हारे हाथों में,


**1**

मेरा निश्चय है बस एक यही,

एक बार तुम्हे पा जाऊं मैं,

अर्पण करदूँ दुनिया भर का,

सब प्यार तुम्हारे हाथों में ॥

अब सौंप दिया इस जीवन का,

सब भार तुम्हारे हाथों में,

**2**


जो जग में रहूँ तो ऐसे रहूँ,

जैसे जल में कमल का फूल रहे,

मेरे सब गुण दोष समर्पित हों,

करतार तुम्हारे हाथों में ॥

अब सौंप दिया इस जीवन का,

सब भार तुम्हारे हाथों में,

 

 **3**

यदि मानव का मुझे जन्म मिले,

तो तेरे चरणों का पुजारी बनूँ,

इस पूजा की एक एक रग का,

हो तार तुम्हारे हाथों में ॥

अब सौंप दिया इस जीवन का,

सब भार तुम्हारे हाथों में,

**4**

जब जब संसार का कैदी बनू,

निष्काम भाव से कऱम करूँ,

फिर अंत समय में प्राण तजूं,

निराकार तुम्हारे हाथों में ॥

अब सौंप दिया इस जीवन का,

सब भार तुम्हारे हाथों में,

**4**


मुझ में तुझ में बस भेद यही,

मैं नर हूँ तुम नारायण हो,

मैं हूँ संसार के हाथों में,

संसार तुम्हारे हाथों में ॥

अब सौंप दिया इस जीवन का,

सब भार तुम्हारे हाथों में,


अब सौंप दिया इस जीवन का,

सब भार तुम्हारे हाथों में,

है जीत तुम्हारे हाथों में,

और हार तुम्हारे हाथों में ॥

अब सौंप दिया इस जीवन का,

सब भार तुम्हारे हाथों में,


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 Ab Saup Diya Is Jeevan Ka Sab Bhaar Bhajan Lyrics  Bhajan 





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