युग राम राज्य का आ गया भजन  लिरिक्स 

भजन गायक :-Hansraj Raghuwansh  . 

भजन टाइटल  :- Yug Ram Rajya Ka Aa Gya Bhajan Lyrics

भजन के भाव :- इस भजन को सिर्फ 6 महीने में 12 करोड़ से लोगो को देखकर राम जी का सुपर डुपर हिट भजन बना दिया . 

यह भजन तब बहुत चला था जब अयोध्या में राम जी का नवमंदिर का उद्घाटन था . 



युग राम राज्य का आ गया घर घर भगवा



भजन के भाव भी वही है कि राम भगवान का फिर से अयोध्या में गाजे बाजे के साथ नवमंदिर में स्वागत किया जा रहा है . यह सनातन धर्म की जीत है . घर घर में भगवा झंडे राम जी के आगमन और स्वागत में लहरा दिए गये है . 

यह एक तरह से हिन्दुओ के आस्था की जीत है कि फिर से राम का भव्य मंदिर बना और पूरी दुनिया इसे लाइव देख रही है . 

राम की हमेशा परीक्षा हुई है पर वे हमेशा जीत प्राप्त किये है .  


Yug Ram Rajya Ka Aa Gya Bhajan Lyrics Hansraj Raghuwansh

 

रघुपति राघव राजा राम

पतित पावन सीता राम

सीता राम सीता राम

भज प्यारे तू सीता राम

राम सिया राम सिया राम 

राम सिया राम सिया राम

अयोध्या अयोध्या आये 

मेरे प्यारे राम

बोलो जय जय श्री राम

हे म्हारी आखों के 

तारे है प्रभु राम

बोलो जय जय श्री राम


**1**

युग राम राज का आ गया

शुभ दिन ये आज का आ गया

हुई जीत सनातन धर्म की

घर घर भगवा लहरा गया

जागा है अवध का भाग भी  

गूंजा है विजय का राग भी  

योगी संतो  की अंखियो से

छलके प्रेम अनुराग जी

सज धज के, सज धज के,

ओ  सज धज के लागे

सबसे न्यारे राम

बोलो जय जय श्री राम

हे म्हारी आखों के 

तारे है प्रभु राम

बोलो जय जय श्री राम


**2**


रघुनन्दन का राज तिलक है

राज सिंहासन राम का हक है

राम का होगा,  राज जगत में

प्रश्न ना कोई ना कोई शक है

राम के पथ में सबकी पलक है

जीत ये सबके लिए ही सबक है

जय श्री राम के नाम का नारा

देता सुनाई अम्बर तक है

किसी भी युग  मे ना हारे

मेरे प्यारे राम

बोलो जय जय श्री राम

हे म्हारी आखों के तारे है

प्रभु राम

बोलो जय जय श्री राम


**3**

सरयू  के धारे नाच रहे

दोनों किनारे नाच रहे

दसों दिशाएं झूम रही

यंहा चांद सितारे नाच रहे

नाच रहे मन भक्तों के

यहां साधु सारे  नाच रहे

राम की धुन में होके मगन सब

राम दुलारे नाच रहे

नाच रहे पर्वत पर शंकर

देवी देवता नाच रहे


अयोध्या अयोध्या आये

मेरे प्यारे राम

बोलो जय जय श्री राम

हे म्हारी आखों के तारे है

प्रभु राम

बोलो जय जय श्री राम


बाजे मंजीरे और मृदंग

हवा में उड़े केसरिया रंग

लौट आए है रघुवंशी, सिया लखन हनुमत के संग

  1. जिनके सुमिरन से खुल जाते ,स्वयं मुक्ति के चारो धाम,  वो है प्राण प्यारे राम 
  2. श्री राम जी पधारे , हे देखो, अवध नगरियाँ में,  राम जी पधारे भजन लिरिक्स
  3. सीताराम सीताराम सीताराम कहिए भजन लिरिक्स
  4. तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे , बलिहार राघव जी भजन लिरिक्स


Yug Ram Rajya Ka Aa Gya Bhajan Lyrics Hansraj Raghuwansh





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