हरि नाम नही तो जीना क्या भजन लिरिक्स
भजन गायक :-राजन जी महाराज (Rajan Ji Maharaaj )
भजन के भाव :- इस भजन में राजन जी कह रहे है कि हरि नाम का अमृत ही पीने लायक है बाकी सब बेकार है . भगवान का नाम जपने के लिए समय नही देखा जाता है . कब हमारी जीवन यात्रा का अंत हो जाये अत: हरि का नाम हमेशा बचपन से ही जपना चाहिए .
आप हमारे जीवन में साथ रहे क्योकि मैं तो अज्ञानी हूँ और सही गलत को जानता नही हूँ . आप के बिना मेरे कर्म पाप की तरफ बढ़ेंगे इसलिए आपको ही संभालना है .
Hari Naam Nahi To Jeena Kya Bhajan Hindi Lyrics
अमृत है हरि नाम जगत में,
इसे छोड़ विषय विष पीना क्या ॥
हरि नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरि नाम जगत में,
इसे छोड़ विषय विष पीना क्या ॥
**1**
काल सदा अपने रस डोले,
ना जाने कब सर चढ़ बोले।
ना जाने कब सर चढ़ बोले।
काल सदा अपने रस डोले,
ना जाने कब सर चढ़ बोले।
ना जाने कब सर चढ़ बोले।
हरि का नाम जपो निसवासर..2
इसमे वर्ष महीना क्या
हरि नाम नहीं तो जीना क्या
हरि नाम नहीं तो जीना क्या
**2**
भूषन से सब अंग सजावे,
रसना पर हरि नाम ना लावे।
भूषन से सब अंग सजावे,रसना पर हरि नाम ना लावे।
देह पड़ी रह जाए यही पर,
फिर कुंडल और नगीना क्या ॥
हरि नाम नहीं तो जीना क्या
हरि नाम नहीं तो जीना क्या
**3**
तीरथ है हरि नाम तुम्हारा,
फिर क्यूँ फिरता मारा मारा।
फिर क्यूँ फिरता मारा मारा।
तीरथ है हरि नाम तुम्हारा,फिर क्यूँ फिरता मारा मारा।
फिर क्यूँ फिरता मारा मारा।
अंत समय हरि नाम ना आवे..2
फिर काशी और मदीना क्या ॥
हरि नाम नहीं तो जीना क्या
हरि नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरि नाम जगत में,
अमृत है हरि नाम जगत में,
इसे छोड़ विषय विष पीना क्या ॥
हरि नाम नहीं तो जीना क्या
हरि नाम नहीं तो जीना क्या
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