जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है भजन लिरिक्स
भजन गायक :- Chintu Sevak (चिंटू सेवक )
भजन के भाव :- इस भजन में तुलसी दास जी को जब चित्रकूट के घाट पर जब राम जी के दर्शन होते है तो वे उनके चन्दन का तिलक लगाते है और कुछ देर और रुकने के लिए कहते है .
वे कहते है कि जब राम के दर्शन बंद हो जाये तभी प्राण पखेरू उड़ जाये क्योकि राम के दर्शन के बाद जीवन में कोई इच्छा बाकि नही रही है .
राम जो की कौशला जी और दशरथ जी के पुत्र है और अयोध्या के राजा है .
Jara Der Tahro Ram Tammana Yhi Hai Bhajan Hindi Lyrics
चित्रकूट के घाट पर लगी संतन की भीड़
तुलसी दास जी चन्दन घिसे और तिलक करे रघुवीर
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जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है,
अभी हमने जी भर के देखा नही है
**1**
कैसी घडी आज, जीवन की आई,
अपने ही प्राणो की, करते विदाई,
अब ये अयोध्या, अब ये अयोध्या
हमारी नहीं है,अभी हमने जी भर के देखा नहीं है
जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है,
अभी हमने जी भर के देखा नही है
**2**
माता कौशल्या की, आँखों के तारे,
दशरथ जी के हो, राज दुलारे,
कभी ये अयोध्या को, भुलाना नहीं है,
अभी हमने जी भर के, देखा नहीं है
जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है,
अभी हमने जी भर के देखा नही है
**3**
जाओ प्रभु अब, समय हो रहा है,
घरो का उजाला भी, कम हो रहा है,
अँधेरी निशा का, ठिकाना नहीं है,
अभी हमने जी भर के, देखा नहीं है…
जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है,
अभी हमने जी भर के देखा नही है
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