भागवत भगवान की है आरती भजन लिरिक्स
भजन गायक :- Rakesh Kala
भजन के भाव :- जब भी कभी व्यास पीठ पर भागवत कथा का आयोजन होता है तो यह भजन जरुर गाया जाता है जो भागवत की महिमा को बताने वाला है .
इसमे बताया गया है की भागवत भगवान की आरती है जिसे सुनने वाला पापो से मुक्त होता है .
इसे पंचम वेद बताया गया है जो अमर है और मुक्ति को देने वाला है . इसे सुनने से हरि के दर्शन होते है और उनकी महिमा का पता चलता है . यह राम कृष्ण और हरि की कथा का सार है .
Bhagwat Bhagwan Ki Hai Aarti Bhajan Hindi Lyrics
श्री भागवत भगवान की है आरती,
पापियों को पाप से है तारती।
**1**
ये अमर ग्रन्थ ये मुक्ति पन्थ
ये पंचम वेद निराला नव ज्योति जलाने वाला
हरि नाम यही हरि धाम यही-२
जग के मंगल की आरती
पापियों को पाप से है तारती
श्री भागवत भगवान की है आरती,
पापियों को पाप से है तारती।
**2**
ये शान्ति गीत पावन पुनीत
पापों को मिटाने वाला
हरि दरश कराने वाला
ये सुख करनी, ये दुःख हरिनी-२
श्री मधुसूदन की आरती
पापियों को पाप से है तारती
श्री भागवत भगवान की है आरती,
पापियों को पाप से है तारती।
**3**
ये मधुर बोल, जग फन्द खोल
सतमार्ग बताने वाला बिगड़ी को बनानेवाला
श्री राम यही, घनश्याम यही-२
प्रभु की महिमा की आरती
पापियों को पाप से है तारती
श्री भागवत भगवान की है आरती,
पापियों को पाप से है तारती।
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